Friday 5 May 2017

बच्चों को पेशाब संबंधी शिकायत

किडनी के रोग बच्चों को कई प्रकार से प्रभावित करते हैं, जिसमें इलाज किए जाने वाले विकारों के साथ ही जीवन को खतरे में डालने वाले लंबे समय वाले परिणाम शामिल हैं। 

बच्चों को पेशाब संबंधी शिकायत पर घर के बड़े यह कहकर टाल देते हैं कि खेलने-कूदने वाले बच्चों को क्या समस्या। लेकिन ऐसा नहीं है, बच्चों में किडनी की कई समस्या हो सकती हैं। 
बच्चों में होने वाले मुख्य किडनी रोगों में ये हैं-

नेफ्रोटिक सिन्ड्रोम: यह एक आम किडनी की बीमारी है। पेशाब में प्रोटीन का जाना, रक्त में प्रोटीन की मात्रा में कमी, कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर और शरीर में सूजन इस बीमारी के लक्षण हैं। किडनी के इस रोग की वजह से किसी भी उम्र में शरीर में सूजन हो सकती है, परन्तु मुख्यत: यह रोग बच्चों में देखा जाता है। उचित उपचार से रोग पर नियंत्रण होना और बाद में पुन: सूजन दिखाई देना। यह सिलसिला सालों तक चलते रहना नेफ्रोटिक सिन्ड्रोम है। लम्बे समय तक बार-बार सूजन होने की वजह से यह रोग मरीज के लिए चिन्ताजनक रोग है। नेफ्रोटिक सिन्ड्रोम में किडनी के छन्नी जैसे छेद बड़े हो जाने के कारण अतिरिक्त पानी और उत्सर्जी पदार्थों के साथ-साथ शरीर के लिए आवश्यक प्रोटीन भी पेशाब के साथ निकल जाता है, जिससे शरीर में प्रोटीन की मात्रा कम हो जाती है और शरीर में सूजन आने लगती है। ऐसी मान्यता है कि श्वेतकणों में लिम्फोसाइट्स के कार्य की खामी के कारण यह रोग होता है। इस बीमारी के 90 प्रतिशत मरीज बच्चे होते हैं, जिनमें नेफ्रोटिक सिन्ड्रोम का कोई निश्चित कारण नहीं मिल पाता है। इसे प्राथमिक या इडीओपैथिक नेफ्रोटिक सिन्ड्रोम भी कहते हैं।

वीयूआर: कई बार बड़े बच्चे भी बिस्तर खराब कर देते हैं। ऐसे में उन्हें वेसिको यूरेटेरिक रिफ्लक्स या वीयूआर की आशंका हो सकती है। यह वह रोग है, जिसमें वाइल यूरिनेटिंग यूरिन वापस किडनी में जाती है। वीयूआर में शिशु बार-बार मूत्र संक्रमण यूटीआई का शिकार होता है आैर इसके कारण उसे बुखार आता है। आमतौर पर फिजिशियन बुखार कम करने के लिए एंटीबायोटिक देते हैं लेकिन, वीयूआर धीरे-धीरे ऑर्गन को डैमेज करता रहता है। वीयूआर नवजात शिशुओं और छोटे बच्चों की आम समस्या है, लेकिन इससे बड़े बच्चे और वयस्क भी प्रभावित हो सकते हैं। सौ नवजात शिशुओं में से एक या दो शिशु वीयूआर से पीड़ित होते हैं। अध्ययन बताते हैं कि वीयूआर से प्रभावित बच्चे के भाई या बहन में से 32 प्रतिशत में यह समस्या देखी गई है। वीयूआर एक आनुवांशिक रोग है। अगर शुरुआती दौर में वीयूआर का इलाज किया जाए तो आसानी से ठीक किया जा सकता है लेकिन, बाद की स्टेज में यह किडनी फेलियर आैर ट्रांसप्लांट का मुख्य कारण बनता है।

वेसिको यूरेटेरिक रिफ्लक्स: बच्चों में यूटीआई को डायग्नोज करना कठिन होता है। उपचार कराया जाए तो उम्र बढ़ने के साथ लक्षण भी बढ़ने लगते हैं, जैसे नींद में बिस्तर गीला करना, उच्च रक्तचाप, यूरिन में प्रोटीन आना, किडनी फेलियर। लड़कियों में इसके होने की आशंका लड़कों से दुगनी होती है। अगर यूटीआई का उपचार नहीं कराया जाए तो किडनी के ऊतकों को स्थायी नुकसान पहुंचता है, जिसे रिफ्लक्स नेफ्रोपैथी कहा जाता है। जब यूरिन का बहाव उल्टा होता है तो किडनी पर सामान्य से अधिक दबाव पड़ता है। अगर किडनी संक्रमित हो जाती है तो समय के साथ उतकों के क्षतिग्रस्त होने की आशंका बढ़ जाती है। इससे उच्च रक्तचाप और किडनी फेलियर होने का खतरा अधिक हो जाता है।

क्रॉनिक किडनी डिजीज: यह शिशु में बर्थ डिफेक्ट होता है। शिशु केवल एक किडनी के साथ या असामान्य किडनी संरचना के साथ पैदा हुआ हो। किडनी डैमेज का संकेत अनुवांशिक रोग जैसे पॉलिसिस्टिक किडनी डिज़ीज़ इंफेक्शन, नेफ्रोटिक सिंड्रोम से मिलता है। यूरिन में प्रोटीन आैर पानी खत्म होना आैर शरीर में ज्यादा नमक इसके लक्षण हैं। 

सिस्टेमिक डिजीज: इसमें किडनी के साथ ही शरीर के कई अंग शामिल होते हैं, जैसे फेफड़े यूरिन ब्लॉकेज आदि शामिल है। जन्म से लेकर चार वर्ष तक बर्थ डिफेक्ट आैर आनुवांशिक रोग किडनी फेलियर का कारण बनते हैं। पांच से चौदह वर्ष की उम्र तक किडनी फेलियर का मुख्य कारण आनुवांशिक रोग नेफ्रोटिक सिंड्रोम आैर सिस्टेमिक डिजीज बनता है। 

रोग के लक्षण : चेहरे पर सूजन, भूख में कमी, मितली, उल्टी, उच्च रक्तचाप, पेशाब संबंधित शिकायतें जैसे झाग आना, रक्त अल्पता, कमजोरी, पीठ के निचले हिस्से में दर्द, शरीर में दर्द, खुजली और पैरों में ऐंठन, किडनी की बीमारियों की सामान्य शिकायतें हैं।

क्रॉनिक किडनी डिजीज ने बताया कि   नेफ्रोटिक सिंड्रोम की तकलीफ बच्चों में भी खासतौर पर लड़कों में लड़कियों के मुकाबले अधिक देखने में आई है। जब किडनी सिर्फ 10 फीसदी ही काम करें तो डायलेसिस होता है।

डॉ सत्यजीत साहू 
बालाजी हास्पिटल टिकरापारा 

(बालाजी हॉस्पिटल टिकरापारा  में इलाज के लिये संपर्क करें - 77475156 ,769401615 ,89995519 )


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